sahara india refund, sahara india refund portal Launch, sahara india refund apply online, sahara india pariwar, sahara india lates news, sahara india refund portal official website, sahara refund portal csc login. सहारा इंडिया रिफंड, सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल लॉन्च, सहारा इंडिया रिफंड ऑनलाइन आवेदन, सहारा इंडिया परिवार, सहारा इंडिया लेटेस्ट न्यूज, सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल आधिकारिक वेबसाइट, सहारा रिफंड पोर्टल सीएससी लॉगिन।
sahara india refund
अब सहारा इंडिया में फंसे करोड़ो निवेशकों को राहत मिलेगी । अब जल्द ही उनके पैसे वापस किए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने Sahara India Refund Portal को लांच कर दिया है। इस पोर्टल के जरिए अब वो लोग अपना पैसा ऑनलाइन वापस पा सकेंगे जिनका पैसा सहारा में फंसा हुआ है।
sahara india refund क्या है पूरा मामला ?
Sahara India Pariwar Introduction
प्रस्तुत लेख में हम भारतीय वित्तीय व्यवस्था में सबसे बड़े व्यापार घर सहारा इंडिया के विवादों पर विस्तृत चर्चा करेंगे। सहारा इंडिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था में व्यापार के क्षेत्र में अपना पैर जमाया है और इसके विवादों ने व्यापार जगत को काफी चर्चा के अधीन ला दिया है। हम इस लेख में इतिहास, समस्याएं, न्यायिक कार्रवाई और इस विवाद के प्रभाव पर भी बात करेंगे।
Sahara India Pariwar का परिचय
Sahara India ग्रुप एक प्रमुख भारतीय व्यापार घर है, जिसे 1978 में श्री सुभ्रोतो रॉय सहारा ने स्थापित किया था। इस समृद्ध व्यापार ग्रुप का मुख्यालय उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थित है। सहारा ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने पैर जमाए हैं, जिनमें वित्तीय सेवाएं, खेल, बीमा, मीडिया, शिक्षा और वस्त्र शामिल हैं। विवादों का घेरा इस व्यापारिक ग्रुप के चारों ओर था, जिसमें वित्तीय गड़बड़ी, संपत्ति विवाद और नियम तोड़ने के मामले शामिल थे।
Sahara India Pariwar का इतिहास
सहारा इंडिया का संचय व्यवसाय एक ऐसे समय में उभरा, जब विदेशी संस्थानों के पास भारतीय ग्राहकों के निधि जमा करने के लिए विशेष अधिकार थे। इसके उदय से पहले, बड़े विदेशी बैंकों ने वित्तीय संस्थानों के रूप में अपनी उपस्थिति बनाई थी, जो अधिकांशतः शहरी क्षेत्रों में उपस्थित थीं। इससे नफा बढ़ाने और अपने उपभोक्ताओं को अधिक सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता महसूस की गई। सहारा ने इस खालीस्तान में पैर जमाने का फैसला किया और उसने एक अद्भुत सफलता भी प्राप्त की।
सहारा के विवाद
वित्तीय गड़बड़ी: सहारा इंडिया को विभिन्न वित्तीय गड़बड़ियों का सामना करना पड़ा है। 2010 में, सेबी (सेक्युरिटीज और एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) ने सहारा इंडिया को अधिकतम 24 हजार करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था, क्योंकि उसने गैर-नोटिस वित्तीय संस्थान विक्रेता की भूमिका निभाई थी। इसके बाद भी कई वित्तीय विवाद आए सामने, जिनमें सहारा ने नियम तोड़े और विशेषज्ञों के अनुसार गलत वित्तीय प्रवंधन किया था। संपत्ति विवाद: सहारा ने विभिन्न संपत्तियों को घेरा था, जिनमें से कुछ को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ। सबसे बड़ा संपत्ति विवाद “सहारा शहर” के संबंध में था, जिसे विवादित बताया गया था क्योंकि यह भूमि लोगों के नाम पर नहीं थी, और सहारा ने इसे अपने नाम पर बिक्री कर दिया था। नियम तोड़ने के मामले: सहारा इंडिया के विवादों का एक अन्य पहलू यह था कि यह नियमों और नियमों को तोड़ने के लिए भी मशहूर था। इसके संस्थापक श्री सुभ्रोतो रॉय सहारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ अधिक गतिविधियों में शामिल हुए थे और इसका सीधा प्रभाव सहारा इंडिया की व्यवस्था पर पड़ता था।
न्यायिक कार्रवाई
सहारा इंडिया के विवादों के कारण संस्था को विभिन्न न्यायिक मुद्दों का सामना करना पड़ा। जिसमें सबसे प्रमुख विवादों में सेबी के द्वारा जुर्माना लगाने का मामला शामिल था। सहारा ने अपने पक्ष का प्रतिवाद किया और न्यायिक बैठकों और अदालती लड़ाईयों में शामिल होने के लिए याचिकाएं दायर कीं।
इस सभी विवादों के बीच, सहारा इंडिया के पक्षधरों का अभियान भी चला और उन्होंने अपने दावों की जबरदस्त प्रचार प्रसार किया। इससे विवाद के समाधान को देरी से मिला, जिससे व्यापारिक ग्रुप के उच्चायोगों की संतुष्टि हुई, लेकिन उसने कई चेहरों को भ्रष्टाचार और नियम तोड़ने के मामले में शामिल होने का आरोप लगा।
समाप्ति
सहारा इंडिया को घेरने वाले विवाद एक व्यापारिक ग्रुप के साथ संबंधित विभिन्न मुद्दों को उजागर करते हैं, जो समाज के अनुसार विवादित थे। सहारा इंडिया के विवादों के साथ, भारतीय व्यापार और संवेदनशीलता के बीच के मुद्दे भी सामने आए। विवाद के पीछे कई अन्य संस्थानों और व्यक्तियों की भूमिका भी थी, जिनमें सरकारी विभाग, न्यायिक प्रक्रिया, और वित्तीय प्रबंधन शामिल था।
हालांकि, सहारा इंडिया के विवादों के बावजूद, यह एक बड़ा व्यापार घर बना रहा है और अपने विभिन्न व्यवसायों में अपने पैर जमा रहा है। इसके विवादों से सीख लेने के लिए व्यापारी और संभावित नए व्यापारियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें संवेदनशीलता और संप्रदाय की रक्षा करने के लिए उच्च नैतिक मूल्यों का पालन करना चाहिए।
Sahara India Refund किसको मिलेगा
इस पोर्टल के जरिए Sahara India Refund केवल उन्हीं निवेशकों को अपना पैसा वापिस मिलेगा जिन्होंने सहारा की 4 को ऑपरेटिव सोसाइटी में निवेश किया है । इनके नाम नीचे दिए गए है –
1. सहारा क्रेडिट सहकारी सोसाइटी लिमिटेड
2. हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड
3. सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसायटी लिमिटेड
4. स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड
आइए जानते हैं Sahara India Refund पाने के लिए क्या है पूरी प्रोसेस? (Sahara India Refund Apply Online)
- Sahara India Refund के लिए आवेदक को सबसे पहले इनकी वेबसाइट https://mocrefund.crcs.gov.in/ पर जाना होगा ।
- Sahara India Refund के लिए पोर्टल के होमपेज पर जमाकर्ता पंजीकरण पर क्लिक करना होगा ।
- इसके बाद आपको अपना आधार नंबर और इससे जुड़ा मोबाइल नंबर डालना होगा ।
- इसके बाद आप Send OTP पर क्लिक करें, और OTP दर्ज करें।
- आवेदक का रजिस्ट्रेशन पूरा होने पर जमाकर्ता लॉगिन पर क्लिक करें।
- इसके बाद फिर से आधार के आखिरी के चार अंक और मोबाइल नंबर डालकर OTP दर्ज करें ।
- इसके बाद नियम और शर्तों को पढ़कर ‘में सहमत हूं’ पर क्लिक करें, यहां आपका बैंक के नाम, जन्मतिथि आ जाएगी ।
- इसके बाद आपको डिपॉजिटर्स सर्टिफिकेट के साथ क्लेम रिक्वेस्ट फॉर्म भरना होगा और सोसाइटी का नाम, सदस्यता नंबर, जमा की गई राशि भरनी होगी ।
- इसके बाद सभी डिटेल्स दर्ज और वैरिफिकेशन के बाद आपको पोर्टल पर क्लेम लेटर डाउनलोड करना होगा । इस पर अपनी पासपोर्ट साइज फोटो चिपकाकर साइन करना होगा ।
- इसके बाद फिर से क्लेम लेटर को अपलोड करें । इसके सक्सेसफुल होते ही आवेदक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आपको कंफर्मेशन मैसेज आ जायेगा ।
अब आपकी Sahara India Refund रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होती है ।
Note : - यह भी देखें........ आयुष्मान भारत योजना ( स्वास्थ्य सुरक्षा की आपातकालीन चाबी ) : Aayushman Bharat Yojana क्या है ?
Sahara India Refund से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर (FAQs):
सीआरसीएस Sahara India Refund पोर्टल क्या है?
सीआरसीएस Sahara India Refund पोर्टल एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जिसे माननीय सुप्रीम कोर्ट के 29 मार्च 2023 के निर्देश के अनुसार सहारा समूह की चार सहकारी समितियों के जमाकर्ताओं के रिफंड केप्रसंस्करण के लिए डिज़ाइन किया गया है।
सीआरसीएस Sahara India Refund पोर्टल के माध्यम से रिफंड के लिए कौन पात्र है ?
निम्नलिखित चार सहारा सोसायटी के वास्तविक और वैध जमाकर्ता सीआरसीएस सहारा रिफंड पोर्टल के माध्यम से रिफंड के लिए पात्र हैं:
ए. हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, कोलकाता।
बी. सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, लखनऊ।
सी. सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसायटी लिमिटेड, भोपाल।
डी. स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, हैदराबाद।
सीआरसीएस Sahara India Refund पोर्टल पर दावा दायर करने के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
दावा अनुरोध दाखिल करने के लिए जमाकर्ताओं द्वारा निम्नलिखित तिथियों से पहले पैसा जमा किया गया होना चाहिए और बकाया राशि प्राप्य होनी चाहिए ।
22 मार्च 2022:
ए. हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, कोलकाता ।
बी. सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, लखनऊ।
सी. सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसायटी लिमिटेड भोपाल।
29 मार्च 2023 के लिए:
ए. स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, हैदराबाद।
जमाकर्ता को कैसे पता चलेगा कि Sahara India Refund दावा प्रस्तुत करना सफल रहा?
दावा सफलतापूर्वक प्रस्तुत करने पर पोर्टल पर एक पावती संख्या दिखाई देगी और पुष्टि के लिए जमाकर्ता के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस भेजा जाएगा।
सहारा सोसायटी को दावे का सत्यापन करने में कितना समय लगेगा?
दावा प्रस्तुत करने के 30 दिनों के भीतर सहारा सोसायटी दावे का सत्यापन और प्रक्रिया करेगी।
सहारा सोसायटी द्वारा सत्यापन के बाद जमाकर्ता के दावे पर कौन कार्रवाई करेगा?
सहारा सोसायटी द्वारा सत्यापन के बाद, अधिकृत सत्यापनकर्ता और सीआरसीएस आपके दावे पर अगले 15 दिनों में कार्रवाई करेंगे।