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लाडली बहना योजना (Ladli Behana Yojana) के तहत महिलाओं को आर्थिक सहयोग देने की योजना में अब तक 9 हजार महिलाओं के नाम हटा दिए गए हैं। यह बदलाव कई कारणों से हुआ है, और हो सकता है कि भविष्य में और भी नाम कट जाएं। अगर आप इस योजना की लाभार्थी हैं, तो यह जानना ज़रूरी है कि आपका नाम क्यों हट सकता है।
लाडली बहना योजना (Ladli Behana Yojana) : कई महिलाएं हुईं योजना से बाहर, नाम कटने की शिकायतें जारी
लाडली बहना योजना के तहत लाभ पाने वाली कई महिलाओं के नाम अब तक योजना से हटा दिए गए हैं। यह सिलसिला अब भी जारी है, जिससे प्रभावित महिलाएं नाराज होकर सीएम हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कर रही हैं। वे यह पूछ रही हैं कि उन्हें योजना से बाहर क्यों किया गया और दोबारा योजना से कैसे जोड़ा जा सकता है।
जिले में लाड़ली बहना योजना (Ladli Behana Yojana): 9 हजार महिलाओं का नाम सूची से हटा, जानिए मुख्य कारण
जिले में लाड़ली बहना योजना के तहत 3,18,997 महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हुआ था। हालांकि, योजना शुरू होने के बाद से अब तक 9 हजार महिलाएं इस योजना से बाहर हो चुकी हैं।
महिलाओं के Ladli Behana Yojana से बाहर होने के प्रमुख कारण :
- उम्र सीमा पार करना
जिन महिलाओं की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गई है, वे अब योजना की पात्रता में शामिल नहीं हैं। यही कारण है कि कई महिलाओं के नाम सूची से हटाए गए हैं। - एक जैसी जन्मतिथि
कई महिलाओं के दस्तावेज़ों में एक जैसी जन्मतिथि पाई गई है, जिसके चलते योजना के तहत मिलने वाला वित्तीय लाभ रोक दिया गया है। - योजना का परित्याग
कुछ महिलाओं ने स्वयं योजना से अलग होने का निर्णय लिया है, जिसे भी इस प्रक्रिया का हिस्सा माना जा रहा है।
लाड़ली बहना योजना (Ladli Behana Yojana) से क्यों कट रहे महिलाओं के नाम?
विधानसभा चुनाव से पहले लाड़ली बहना योजना में बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन किए गए थे। इस योजना का लाभ उन महिलाओं को दिया गया, जिनके परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से अधिक नहीं थी।
Ladli Behana Yojana के लाभार्थियों की पात्रता में बदलाव
दूसरे चरण में उन महिलाओं को भी योजना में जोड़ा गया, जिनके पति के नाम पर ट्रैक्टर था। जिले में कुल 3,18,997 महिलाओं ने योजना के तहत आवेदन किया। दिसंबर 2023 तक अधिकतर महिलाओं को योजना के तहत राशि प्राप्त हुई, लेकिन जनवरी से मई 2024 के बीच लाभ पाने वाली महिलाओं की संख्या में बड़ी गिरावट आई।
- उम्र सीमा पार करना
जनवरी 2024 में बड़ी संख्या में महिलाओं को योजना से बाहर कर दिया गया, क्योंकि उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गई थी। यह योजना की पात्रता के तहत आयु सीमा का उल्लंघन था। - आधार कार्ड में जन्मतिथि का प्रभाव
कई महिलाओं के आधार कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी दर्ज होने के कारण उनकी आयु योजना की सीमा से अधिक हो गई, जिससे उन्हें योजना से हटा दिया गया।
Ladli Behana Yojana से महिलाओं के नाम हटने का सिलसिला जनवरी 2025 में भी जारी रह सकता है, क्योंकि कई महिलाओं की आधार कार्ड में जन्मतिथि के आधार पर आयु सीमा पार होने की संभावना है।
आधार कार्ड की त्रुटियों से Ladli Behana Yojana से बाहर हुईं कई महिलाएं
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड बनाने के लिए लगाए गए कैंपों में हुई गलतियों के कारण कई महिलाएं लाड़ली बहना योजना से बाहर हो गईं। आधार फॉर्म भरते समय जन्म तिथि अनिवार्य थी, लेकिन ऑनलाइन आवेदन के दौरान ऑपरेटरों ने एक ही जन्म तिथि, 1 जनवरी, दर्ज कर दी।
एक जैसी जन्म तिथि बनी समस्या
- जनवरी 2024 में, आधार कार्ड पर 1 जनवरी की तारीख दर्ज होने की वजह से 2,917 महिलाओं की उम्र 60 साल मानी गई।
- यह उम्र सीमा पार करने के कारण वे लाड़ली बहना योजना से बाहर हो गईं।
- जनवरी 2025 में भी बड़ी संख्या में महिलाएं इसी कारण योजना से बाहर हो सकती हैं।
सुधार के प्रयास
अब, प्रभावित महिलाएं आधार कार्ड में अपनी सही जन्म तिथि दर्ज कराने के लिए आवेदन कर रही हैं, ताकि भविष्य में उन्हें योजना से बाहर न किया जाए।
वृद्धावस्था पेंशन का प्रभाव
60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिलता है। इस वजह से वे लाड़ली बहना योजना के तहत वित्तीय सहायता पाने की पात्रता खो देती हैं।